दिल्ली में बह रही यमुना में अमोनिया की मात्रा खतरे के निशान से ऊपर है। हालात यह हैं कि दिल्ली जल बोर्ड को यह सूचना जारी करनी पड़ी कि वजीराबाद और चंद्रावल जल शोधन संयंत्रों में उत्पादन की मात्रा 50 प्रतिशत तक की कमी की जाएगी, जिसके चलते पानी की आपूर्ति प्रभावित होगी।
दिल्ली के वजीराबाद में, यमुना में अमोनिया का स्तर वर्तमान समय में 8 पीपीएम के करीब है। यह काफी खतरनाक स्थिति मानी जा रही है। भारतीय मानक ब्यूरो के अनुसार यह तय किया गया है कि, 0.5 पीपीएम ही पीने के पानी में अमोनिया की स्वीकार्य अधिकतम मात्रा होनी चाहिए। दिल्ली जल बोर्ड के पास मौजूदा समय में 0.9 पीपीएम शोधन करने की क्षमता है।
इन इलाकों में होगी जल आपूर्ति प्रभावित
दिल्ली जल बोर्ड ने जारी की गई सूचना में जिन क्षेत्रों में पानी की आपूर्ति प्रभावित होगी इसकी भी जानकारी दी है। प्रभावित होने वाले क्षेत्रों में सिविल लाइंस, कमला नगर, शक्ति नगर, करोल बाग, पहाड़गंज, एनडीएमसी क्षेत्र, ओल्ड और न्यू राजेंद्र नगर, प्रेम नगर, पटेल नगर, बलजीत नगर, इंद्रपुरी, कालकाजी, तुगलकाबाद, गोविंदपुरी, संगम विहार, अंबेडकर नगर, रामलीला ग्राउंड, दिल्ली गेट, सुभाष मार्ग, प्रहलादपुर, मॉडल टाउन, गुलाबी बाग, जहांगीरपुरी, पंजाबी बाग, मूलचंद, साउथ एक्सटेंशन, ग्रेटर कैलाश, दिल्ली कैंट के कुछ क्षेत्र अथवा साउथ दिल्ली के कुछ इलाके शामिल है।

अरविन्द केजरीवाल का 2025 तक यमुना साफ करने का दावा
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरिवाल यमुना को पूरी तरह से 2025 तक साफ कर देने का दावा जितनी मजबूती से ठोंक चुके हैं, उतनी मजबूती से इस दिशा में काम होता हुआ दिखाई नहीं पड़ रहा है। हालांकि, अरविन्द केजरीवाल ने दावा ठोंकते वक्त यह भी कह दिया था कि अगर मैं 2025 तक यमुना साफ नहीं कर पाया तो दिल्ली की जनता मुझे वोट न दे। बहरहाल, यह तो आने वाले वक्त में दिल्ली को जनता को ही तय करना पड़ेगा कि यमुना की सफाई के लिए कितने ठोस काम हुए हैं।

हमारा वादा है कि साल 2025 तक यमुना नदी को साफ़ और स्वच्छ बनाएँगे। काम युद्ध स्तर पर चल रहा है। आज Coronation Sewage Treatment Plant का निरीक्षण करने आया हूँ। LIVE https://t.co/S57eyDvRb9
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) June 1, 2022
दिल्ली में आम आदमी पार्टी के गठन और उसके सरकार में काबिज होने की पड़ताल को लेकर Transparency [पारदर्शिता] नाम की एक वेब सीरीज बनाई गई थी। दिल्ली में बह रही यमुना और उसके सफाई का मुद्दा भी उस वेब सीरीज में प्रभावी ढंग से उठाया गया था। हालांकि, दिल्ली की आम आदमी पार्टी की सरकार में बैठे मंत्रियों पर किसी भी चीज का कोई असर दिखाई नहीं देता है। दिल्ली की जनता की आँख बन कर काम करने वाली संस्था शैडो कैबिनेट (छाया मंत्रिमंडल) यह मांग करती है कि यमुना की सफाई पर दिल्ली सरकार अपनी स्पष्ट नीति जनता के सामने रखे।